Taskari नई Bollywood गाना है, जिसे Ustad Rashid Khan & Jyotica Tangri ने गाया है। इस गाने को Siddharth Garima ने लिखा है, जबकि Music को Anu Malik ने Composed है।
यह गाना Zee Music Company यूट्यूब चैनल द्वारा डिलीवर किया गया है।
Song | Taskari |
Singer | Ustad Rashid Khan, Jyotica Tangri |
Featuring | |
Lyrics | Siddharth Garima |
Music | Anu Malik |
Copyright Label | Zee Music Company |
Taskari Hindi Lyrics
खाली खाली ख़ाबों के
खांचे तेरे बिन
झूठी झूठी रातें सारी
झाँसे मेरे दिन
बादल जब भी छाये
आँखें भरी आँखें भरी
तस्करी तेरे सपनों की
सूनी रातों में करती हूँ मैं
जनवरी तेरे जाड़ों की
हर मई याद करती हूँ मैंतेरे मेरे बीच जो रहा ना रहा रह जाने दे
है अनकही का जो असर कहा है कह जाने में
तेरे मेरे बीच जो रहा ना रहा रह जाने दे
है अनकही का जो असर कहा है कह जाने में
रहूँ मैं तो तेरा पर रहूँ अजनबी
तस्करी तेरे सपनों की
सूनी रातों में करती हूँ मैं
जनवरी तेरे जाड़ों की
हर मई याद करती हूँ मैं
माना जुदा जुदा रास्तों पे चला
आधा थोड़ा पूरा जितना भी तू मिला
जीने को काफी है ये कमी
रह रहा मैं कतारों में
जला जला हूँ चिरागों में
मैंने गली की बारातों में
ढूंढा तुझे फिर भी ना पाया
मुखबरी तेरी गलियों की
बस ख़यालों में करती हूँ मैं
तस्करी तेरे सपनों की
सूनी रातों में करती हूँ मैं
तेरे जैसा हुआ जब से तू है ख़फ़ा
कितनी दफ़ा पूछा
खुदसे अपना पता
पहचान मिली है नई
वो बैठे रहना घाटों पे
ना कुछ कहना घंटो में
बिसरी मुलाक़ातों से
आगे मैं तो कभी बढ़ ना पाया
तू बरी करदे मुझे अब
देती खुदको सजा हूँ मैं
तस्करी तेरे सपनों की
सूनी रातों में करती हूँ मैं
जनवरी तेरे जाड़ों की
हर मई याद करती हूँ मैं
तेरे मेरे बीच जो रहा ना रहा रह जाने दे
है अनकही का जो असर कहा है कह जाने में
तेरे मेरे बीच जो रहा ना रहा रह जाने दे
है अनकही का जो असर कहा है कह जाने में
रहूँ मैं तो तेरा पर रहूँ अजनबी
तस्करी तेरे सपनों की
सूनी रातों में करती हूँ मैं
जनवरी तेरे जाड़ों की
हर मई याद करती हूँ मैं
खाली खाली ख़ाबों के
खांचे तेरे बिन
झूठी झूठी रातें सारी
झाँसे मेरे दिन
बादल जब भी छाये
आँखें भरी आँखें भरी